IMD Rain Alert 2025: 15 मई से 23 मई तक 8 राज्यों में बारिश का कहर, जारी की 2 बड़ी चेतावनी

भारत में मई के महीने में अक्सर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। इस बार भी मई 2025 के मध्य में देश के कई हिस्सों में अचानक तेज बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। मौसम विभाग (IMD) ने 15 मई से 23 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट उत्तर, पूर्वोत्तर, पूर्वी, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई राज्यों के लिए है। इस दौरान तेज हवाएं, गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है, जिससे आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

प्री-मानसून गतिविधियों के चलते मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण और गोवा जैसे राज्यों में अगले कुछ दिनों तक बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। कई जगहों पर जलभराव, पेड़ों के गिरने और बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

IMD Rain Alert 2025

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 15 से 23 मई के बीच देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी दी है। यह अलर्ट प्री-मानसून की तेज गतिविधियों का संकेत है, जिससे मौसम में अचानक बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है। IMD के अनुसार, इस दौरान कई राज्यों में 30 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश भी हो सकती है।

ओवरव्यू

मुख्य बिंदुविवरण
अलर्ट जारी करने की तारीख15 से 23 मई 2025
अलर्ट का प्रकाररेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने की चेतावनी)
प्रभावित क्षेत्रउत्तर, पूर्वोत्तर, पूर्वी, मध्य, पश्चिम, दक्षिण भारत के कई राज्य
संभावित खतरेजलभराव, पेड़ों के गिरने, बिजली गिरना, तेज हवाएं, यातायात बाधा
प्रमुख राज्यदिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, असम, मेघालय, अरुणाचल, त्रिपुरा, ओडिशा, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, कोंकण-गोवा आदि
हवाओं की गति30 से 70 किमी प्रति घंटा
प्री-मानसून प्रभावतेज बारिश, गरज-चमक, तापमान में गिरावट
प्रशासन की सलाहसतर्कता, मौसम की ताजा जानकारी पर नजर, खुले स्थानों से बचना

किन राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी?

IMD ने जिन राज्यों के लिए 15 से 23 मई के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, उनमें निम्नलिखित राज्य प्रमुख हैं:

  • उत्तर भारत: दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा
  • पूर्वोत्तर भारत: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम
  • पूर्वी भारत: पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा
  • मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ (महाराष्ट्र का हिस्सा)
  • पश्चिम भारत: महाराष्ट्र (विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण, गोवा)
  • दक्षिण भारत: कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश

प्रभावित राज्यों की सूची

  • अरुणाचल प्रदेश: 15-18 मई तक भारी बारिश
  • असम, मेघालय, त्रिपुरा: 16-21 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश
  • नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम: 15-18 मई तक तेज हवाओं के साथ बारिश
  • मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम: 5 दिनों तक बारिश और तेज हवाएं
  • कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा: 15-18 मई और 19-23 मई के बीच दो दौर की बारिश
  • आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु: 3-4 दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश

पीछे कारण

  • प्री-मानसून गतिविधियां: मई के मध्य में प्री-मानसून की शुरुआत होती है, जिससे दक्षिण-पश्चिमी हवाएं नमी लेकर आती हैं और मौसम में अचानक बदलाव आता है।
  • पश्चिमी विक्षोभ: पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत में बारिश और आंधी-तूफान बढ़ जाते हैं।
  • चक्रवाती परिसंचरण: बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बनने वाले चक्रवात भी बारिश और तूफान को बढ़ावा देते हैं।
  • स्थानीय गर्मी: मैदानी इलाकों में तेज गर्मी के कारण भी अचानक गरज-चमक और बारिश की संभावना बढ़ जाती है।

राज्यों के लिए क्या है चेतावनी?

पूर्वोत्तर भारत:
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम में 16-21 मई तक मूसलाधार बारिश, 50 किमी/घंटा तक तेज हवाएं, बिजली गिरने का खतरा। 17-18 मई को असम, मेघालय, त्रिपुरा में अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान।

दक्षिण भारत:
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक में अगले 3-4 दिनों तक गरज-चमक के साथ भारी बारिश, 30-50 किमी/घंटा तक तेज हवाएं, बिजली गिरने की संभावना। तटीय और पहाड़ी इलाकों में विशेष सतर्कता की सलाह।

मध्य और पूर्व भारत:
मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में 5 दिनों तक बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं का दौर। जलभराव, पेड़ों के गिरने, बिजली गिरने का खतरा।

पश्चिम भारत:
महाराष्ट्र (कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा) में 15-18 मई और 19-23 मई के बीच दो दौर की बारिश, 30-70 किमी/घंटा तक तेज हवाएं। निचले इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित होने की आशंका।

उत्तर भारत:
दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में भी मौसम में बदलाव, गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना। तापमान में गिरावट और उमस में राहत।

मुख्य प्रभाव और खतरे

  • जलभराव: तेज बारिश के कारण शहरों और गांवों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
  • पेड़ों और बिजली के खंभों के गिरने का खतरा: तेज हवाओं और तूफान से पेड़ और बिजली के खंभे गिर सकते हैं।
  • यातायात पर असर: सड़कों पर पानी भरने और पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो सकता है।
  • बिजली गिरना: गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ सकती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान संभव है।
  • फसल नुकसान: लगातार बारिश और तेज हवाओं से किसानों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: नमी, उमस और जलभराव से मच्छरों का प्रकोप और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

लोगों के लिए सलाह और सुरक्षा उपाय

  • मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर रखें।
  • तेज बारिश या तूफान के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें।
  • खुले मैदान, पेड़ के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े न हों।
  • वाहन सावधानी से चलाएं, जलभराव वाली सड़कों से बचें।
  • बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
  • किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
  • प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।

प्री-मानसून की शुरुआत

मई महीने के मध्य में भारत के अधिकांश हिस्सों में प्री-मानसून की बारिश शुरू हो जाती है। इस दौरान वातावरण में नमी बढ़ जाती है और तापमान में गिरावट आती है। प्री-मानसून बारिश से किसानों को राहत मिलती है, लेकिन तेज बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। इस साल IMD ने समय रहते अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे प्रशासन और आम जनता को तैयारी का मौका मिल गया है।

प्रशासन की तैयारी

  • प्रशासन ने राहत दल, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा है।
  • निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
  • बिजली आपूर्ति, यातायात और अन्य जरूरी सेवाओं को बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
  • स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा भी स्थानीय प्रशासन कर सकता है।

किसानों के लिए सलाह

  • फसल कटाई और भंडारण का कार्य जल्द पूरा करें।
  • खेतों में जल निकासी की व्यवस्था रखें।
  • मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखें।
  • प्रशासन या कृषि विभाग द्वारा जारी सलाह का पालन करें।

निष्कर्ष

मई 2025 के मध्य में IMD द्वारा जारी भारी बारिश का रेड अलर्ट देश के कई हिस्सों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह अलर्ट प्री-मानसून की तेज गतिविधियों का संकेत है, जिससे आम लोगों, किसानों और प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है। तेज बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और तेज हवाओं के कारण जान-माल का नुकसान हो सकता है, इसलिए सभी को मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर रखनी चाहिए और सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने चाहिए।

Disclaimer

यह लेख IMD द्वारा जारी किए गए ताजा अलर्ट और मौसम विभाग की आधिकारिक जानकारी पर आधारित है। मौसम संबंधी अलर्ट समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग की वेबसाइट या स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी ताजा अपडेट पर नजर रखें। मौसम का पूर्वानुमान प्राकृतिक घटनाओं पर आधारित है, जिसमें बदलाव संभव है। इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी देना है, कृपया किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन या संबंधित विभाग से संपर्क करें।

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